This is the assertion of anyone's right to be heard...
Saturday, May 12, 2012
हवाओं का रुख बदलने से पतंगों को है मलाल
"राह में सूरज गलीचा क्यों बिछा कर गुम हुआ, रात को चन्दा ने चतुराई से पूछा यह सवाल. सत्य के संकेत आंधी में कहाँ थे उड़ गए हवाओं का रुख बदलने से पतंगों को है मलाल." ---- राजीव चतुर्वेदी
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