"पढ़ सको तो पढ़ भी लो इस प्यार को,
यह भावनाएं शहर में सहमी हैं क्यों ?
गाँव में उस बूढ़े नीम के नीचे जो मीठा स्नेह है,
शहर के लोगों के अन्दर का जहर मधुमेह है.
माँ की ममता तुम क्या जानो
मत खंगालो शब्दकोशों से विकसित अपने ज्ञान को
गाय को माता कहा जाता है क्यों ?
पढ़ सको तो पढ़ भी लो इस प्यार को,
यह भावनाएं शहर में सहमी हैं क्यों ?" -----राजीव चतुर्वेदी