हम राष्ट्र के लिए क्या करते हैं ?
"राष्ट्र निर्माण में हमारी सामूहिक / सामाजिक भूमिका क्या है ? हम राष्ट्र के लिए
क्या करते हैं ? राष्ट्र निर्माण का आधार होता है "सकल घरेलू उत्पाद"
(Gross Domestic Product) . इस से जुड़े किसी भी व्यक्ति को देश में प्रतीक
नहीं बनाया जाता. यहाँ हीरो बनते हैं फ़िल्मी कलाकार के छद्मवेश में रंडी
/भडुए. क्रिकेट के खिलाड़ी जिनका Gross Domestic Product यानी सकल घरेलू
उत्पाद में कोइ योगदान नहीं होता. मनोरंजन तो थके हुए योद्धाओं और
उत्पादकों की दैहिक / मानसिक थकान मिटाने के लिए और उनमें ऊर्जा का नया
संचार करने के लिए होता है पर हमारे देश में उत्पादन करनेवाले किसी तरह
अपना पेट पाल रहे हैं और सत्ता / शेयर के दलाल गोलमाल और मालामाल हैं.
नाचने गानेवाले / रंडी /भडुए /क्रिकेट खिलाड़ी ऐश कर रहे हैं. जिस देश का
सांस्कृतिक प्रतिनिधित्व रंडी- भडुए नुमा चरित्र करते हों उस देश का चरित्र
गर्त में चला जाता है."
---- राजीव चतुर्वेदी
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