This is the assertion of anyone's right to be heard...
Saturday, April 28, 2012
यह वैश्वीकरण किसका है ?
"यह वैश्वीकरण किसका है -- अमीरी का कि गरीबी का ? --- आनंद का कि दुखों का ?--- हिंसा का कि शान्ति का ?--- बुद्धि का कि मूर्खता का ? ---भले आदमी का कि गुंडों का ? ---देवताओं का कि दैत्यों का ?उत्पादक का कि उपभोक्ता का ?---- कहीं यह दलालों , आढतियों का तो नहीं है ?" ---- राजीव चतुर्वेदी
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