This is the assertion of anyone's right to be heard...
Thursday, April 26, 2012
आहत मन की आहट का आलेख ----यही कविता है
"यह राग रंग की आवाजें यह शब्दों की अंतरध्वनियाँ यह खून शिराओं से चल कर दिल पर दस्तक जो देता है स्मृतियों की पदचाप सुनो तुम अपने बीराने में आहत मन की आहट का आलेख ----यही कविता है भाषा के पहले शब्दों के नाद हुए अनुवाद जहां कविता उसके पहले भी आई थी वह दस्तक दर्ज हुयी है दस्तावेजों में कुछ अपने आंसू कुछ खुशियाँ , कुछ खून की बूँदें शब्दों की नज़रों से ओझल प्यार तुम्हारा लिख पाओ तो मुझे बताना कह पाओ तो मुझे सुनाना जीवन की इस पृष्ठ भूमि पर कविता और लिखी जानी है यह राग रंग की आवाजें यह शब्दों की अंतरध्वनियाँ यह खून शिराओं से चल कर दिल पर दस्तक जो देता है स्मृतियों की पदचाप सुनो तुम अपने बीराने में आहत मन की आहट का आलेख ----यही कविता है ." -----राजीव चतुर्वेदी
1 comment:
आहत मन की आखेट का आलेख कविता है .
मन उदास हो या झूम रहा हो , कुछ शब्द जो लिखने के किनारे अटकते हैं , कविता है !
Post a Comment